
चारधाम यात्रा रूट पर तीर्थ यात्रियों की मौतों का सिलसिला जारी है। चिंता की बात कि पिछले एक हफ्ते में 23 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम पर जा रहे तीर्थ यात्रियों के लिए अलर्ट के साथ ही एडवाइजरी भी जारी की है। इसके बावजूद भी तीर्थ यात्रियों की मौत हो रही है।
चारधाम यात्रा के पहले सप्ताह बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों की मौत पर स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट ने संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों (सीएमओ) से रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट ने कहा कि चारधाम में अभी तक कुल 23 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर अभी तक किसी भी मरीज की मौत अस्पतालों में नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, पूर्व में कोविड और अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों की ही यात्रा के दौरान मौत हुई है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर किसी भी यात्री को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
इधर सचिव स्वास्थ्य राधिका झा ने भी बुधवार को स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीमों को आपस में समन्वय बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं की कोई कमी न रहे इसके प्रयास किए जाएं।
यात्रा रूट पर 132 डॉक्टर, 102 एम्बुलेंस तैनात
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट ने कहा कि चारधाम में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चारधाम और यात्रा मार्ग पर कुल 132 डॉक्टरों की तैनाती की गई है। जबकि 102 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं।
यात्रा मार्ग पर आठ ब्लड बैंक, चार ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हार्ट अटैक से बदरीनाथ धाम में एक और श्रद्धालु की मौत
बदरीनाथ धाम में मंगलवार की रात्रि को बद्रीनाथ धाम में दर्शनार्थ के लिए आयीं रामप्यारी उम्र – 79 वर्ष , पिपरोली रोड विकास कालोनी वार्ड न- 53 सीकर अचानक तबियत बिगड़ने से मृत्यु हो गई । उनके पुत्र पवन पापड़िया ने बताया कि वे मंगलवार रात बद्रीनाथ धाम पहुंचे थे।
रात्रि को उनकी माता की अचानक तबियत बिगड़ी। उन्हें अस्पताल ले गए। जहा डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने बताया कि उनकी ह्रदय गति रुकने से उनकी मौत हुई है ।
यह है स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन
-स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें।
-पहले से बीमार लोग अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नंबर और चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयां अपने साथ रखें।
-ज्यादा बुजुर्ग, बीमार या कोविड से ग्रस्त हो चुके व्यक्ति या तो यात्रा न करें या कुछ समय के लिए टाल दें।
-तीर्थस्थल पर पहुंचने से पहले रास्ते में एक दिन का आराम जरूर करें।
-गर्म और ऊनी कपड़े साथ में रखें।
-हार्ट पेशंट, स्वांस रोगी, डायाबिटीज, हाई बीपी के मरीज ऊंचाई वाले क्षेत्रों में विशेष सावधानी रखें।
-सिर दर्द, चक्कर आना, घबराहट, दिल की धड़कनें तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना, खांसी आना या दूसरे लक्षण होने पर फौरन निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचें और 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
-धूम्रपान व दूसरे मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
-सनस्क्रीन 50 SPF का प्रयोग त्वचा को तेज धूप से बचाने में करें।
-अल्ट्रावायलेट किरणों से आंखों को बचाने के लिए सन ग्लास का प्रयोग करें।
-यात्रा के दौरान पानी पीते रहें और खाली पेट न रहें।
-लंबी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम करते रहें।
-ऊंचाई वाले क्षेत्रों में व्यायाम करने से बचें।
-किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए 104 और ऐम्बुलेस के लिए 108 हेल्पलाइन पर संपर्क करें।