मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा ने चौथे दिन इंदौर जिले की सीमा में प्रवेश किया। यहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे भी यात्रा में शामिल हुए। राहुल और मल्लिकार्जुन बाबा साहेब आंबेडकर की जन्मस्थली पर गए। इसके बाद राहुल ने महू में एक आम सभा ली। उन्होंने कहा कि महू देश के तिरंगे की जमीन है। इस तिरंगे को ताकत संविधान से मिलती है। एक संगठन ने 52 सालों तक अपने दफ्तर पर तिरंगा नहीं फहराया। आरएसएस के लोगों में इतना दम नहीं है कि वो सामने से संविधान खत्म कर दें, इसलिए यह काम छिप कर किया जा रहा है। आरएसएस अपने लोगों को सेना, प्रेस, अदालतों में भेज रही है, ताकि देश की आवाज का गला घोंटा जा सके।
राहुल ने कहा कि पब्लिक सेक्टर बीजेपी अपने बड़े मित्रों को सौंप रही है। नोटबंदी, जीएसटी सरकार की पॉलिसी नहीं आम लोगों को डराने के हथियार हैं। राहुल ने बेरोजगारी के मुद्दे पर कहा कि आज देश में इंजीनियर, एमबीए करने वाले युवा भी मजदूरी कर रहे हैं।
राहुल ने कहा कि सरकार लोगों के डर को नफरत में तब्दील कर रही है। मेरी दादी को 32 गोली लगी, मेरे पिता को बम से उड़ाया गया। मेरे दिल में अब कोई डर नहीं बचा। मुझे भाजपा, मोदी से नफरत नहीं है, क्योंकि मुझे उनसे डर नहीं है, क्योंकि डरने वाले कभी मोहब्बत नहीं कर सकते। यही हमारी यात्रा का संदेश है।
भाषण के दौरान राहुल की जुबान फिसली, उन्होंने नाथूराम गोडसे का जिक्र किया और ‘जी’ कह दिया। फिर राहुल बोले कि गलती से जी लगा दिया। राहुल बोल रहे थे कि भाजपा के लोग बाबा साहेब, गांधी की तस्वीर के सामने दिखावे के लिए हाथ जोड़ते हैं, लेकिन गोडसे को मानते हैं।
मोदी सरकार संविधान खत्म करना चाहती है
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने संविधान सारे देश के लोगों के लिए बनाया, लेकिन मोदी सरकार संविधान को खत्म करना चाहती है। उसे बचाने के लिए हम लोगों को एकजुट होकर लड़ना है। देश को बांटने वाले लोगों से हमें सावधान रहना होगा।