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यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अलीगढ़ नोड में मेक इन इंडिया के तहत एयरक्राफ्ट बनाने वाली स्वीडन की कंपनी साबा, कार्ल गुस्ताफ एम-4 हथियार बनाने पर विचार कर रही है। स्वीडिश कंपनी 1000 करोड़ रुपये का निवेश भी कर रही है। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वीडन का दौरा किया और कंपनी को यूपी इंवेस्टर्स समिट में आने का निमंत्रण दिया।
कार्ल गुस्ताफ खतरनाक आधुनिक हथियार प्रणाली है जिसके भारतीय सेना में शामिल होने से ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। इस हथियार का कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। दुनिया के 15 देशों की आर्मी इसका इस्तेमाल करती है। ब्रिटिश आर्मी इसको चार्जी जी कहती है, जबकि कनेडियन आर्मी इसे कार्ल जी कहकर बुलाती है। ऑस्ट्रेलियन आर्मी इसको चार्ली गुट्स ऐच कहती है। अमेरिकी सेना इसे कार्ल गुस्ताफ कहती है।
कार्ल गुस्ताफ एक रॉकेट लॉंचर और रिक्वाइलेस राइफल है। ये काफी हल्का होने के साथ ही बेहद घातक भी है। इसे दुर्गम जगहों पर भी आसानी से उठाया जा सकता है। कार्ल गुस्ताफ एम-4 एंटी टैंक और एंटी बंकर वेपन सिस्टम है। इसकी रेंज 1500 मीटर और क्षमता 84 एमएम है। लंबाई में एक मीटर से भी छोटा है। कार्ल गुस्ताफ जैसा हथियार भारतीय सेना के पास भी है।