
विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र की निदेशक सुनंदा।
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विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र की निदेशक सुनंदा ने बताया कि दक्षिण अंडमान सागर और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटे के दौरान दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
सुनंदा ने बताया कि इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने और मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवसाद में केंद्रित होने की ज्यादा संभावना है। इसके बाद यह और तेज होकर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा।
ओडिशा सरकार ने संभावित चक्रवाती तूफान के मद्देनजर जिला अधिकारियों से स्थिति पर पैनी नजर रखने को कहा
बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने सोमवार को जिला कलेक्टरों को सतर्क रहने और स्थिति पर करीब से नजर रखने को कहा है।जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक में विशेष राहत आयोग ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर और उसके आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके 22 अक्तूबर तक तेज होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि “लेकिन संभावित पथ और तूफान की तीव्रता का अभी अनुमान नहीं लगाया गया है, अगले दो या तीन दिनों में इस पर स्पष्ट तस्वीर मिलने की संभावना है।” विज्ञप्ति में आगे कहा गया है, “तटीय जिलों के विभिन्न विभागों और जिला प्रशासन के साथ एहतियाती कदम पर चर्चा करते हुए विशेष राहत आयोग ने संबंधित विभागों के सरकारी अधिकारियों को स्थिति साफ होने तक मुख्यालय नहीं छोड़ने और सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा है।”