कतर में फुटबॉल विश्व कप अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है। गत चैंपियन फ्रांस और दो बार की विजेता अर्जेंटीना की टीम फाइनल में पहुंच गई है। दोनों के बीच खिताबी मुकाबला रविवार (18 दिसंबर) को लुसैल स्टेडियम में खेला जाएगा। अर्जेंटीना ने पहले सेमीफाइनल में क्रोएशिया को 3-0 और फ्रांस ने दूसरे सेमीफाइनल में मोरक्को को 2-0 से हराया। अब दोनों टीमें पहली बार फाइनल में आमने-सामने होंगी।
इस बार कई ऐसे संयोग बन रहे हैं जो अर्जेंटीना को चैंपियन बनाने के पक्ष में हैं। हम चार संयोगों के बारे में आपको यहां बता रहे हैं:
1. स्पेन की तरह कमाल कर सकता है अर्जेंटीना
लियोनल मेसी की अर्जेंटीना इस विश्व कप में सऊदी अरब के खिलाफ पहला मैच हार गई थी। फिर उसने वापसी की और फाइनल में जगह बनाई। 2010 में स्पेन के साथ भी ऐसा हुआ था। उसे अपने पहले मुकाबले में स्विट्जरलैंड के खिलाफ 0-1 से हार मिली थी। फिर स्पेन ने वापसी की और खिताब पर कब्जा कर लिया। पहला पहला मैच हारने के बाद चैंपियन बनने वाली पहली टीम बनी थी। अब अर्जेंटीना के पास स्पेन जैसी उपलब्धि हासिल करने का मौका है।
2. पेनल्टी से जुड़ा यह अहम संयोग
अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी ग्रुप दौर के तीसरे मैच में पोलैंड के खिलाफ पेनल्टी पर गोल करने से चूक गए थे। इससे पहले 1978 और 1986 में जब अर्जेंटीना की टीम चैंपियन बनी थी तो तीसरे मैच में ही उसके खिलाड़ी पेनल्टी पर गोल नहीं कर पाए थे। 1978 में हंगरी के खिलाफ तीसरे मैच में अर्जेंटीना के मारियो केम्पेस पेनल्टी पर गोल नहीं कर पाए थे। फिर 1986 में डिएगो माराडोना ग्रुप दौर के तीसरे मैच में बुल्गारिया के खिलाफ पेनल्टी चूक गए थे। अब देखना है कि इस बार अर्जेंटीना की टीम तीसरे मैच में पेनल्टी चूकने के बाद चैंपियन बनती है या नहीं।
3. मोरक्को, कनाडा और बेल्जियम का संयोग
इस बार मोरक्को की टीम अपने ग्रुप-एफ में पहले, बेल्जियम तीसरे और कनाडा चौथे स्थान पर रही। ऐसा 1986 में भी हुआ था। तब मोरक्को ग्रुप-एफ में पहले, बेल्जियम ग्रुप-बी में तीसरे और कनाडा ग्रुप-सी में चौथे स्थान पर रही थी। 1986 में अर्जेंटीना चैंपियन बनी थी। अब देखना है कि इस बार अर्जेंटीना को इस संयोग का लाभ मिलता है या नहीं।