हाल में हुई बारिश से गेंदे के पौधे खराब हो गए। इससे बाजार में गेंदे के फूलों की कमी हो गई और दिल्ली के गाजीपुर से महंगे दर पर लाने पड़ रहे हैं। दुकानदारों के अनुसार फूल 200 रुपये किलो मिल रहा है। हालांकि पहले स्थानीय स्तर पर 100 रुपये किलो में मिल जाता था।
फतेहपुर बिल्लौच के किसान सुभाष सैनी का कहना है कि कोरोना काल में भी गेंदे की खेती की थी। उस दौरान फायदा हुआ था। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले हुई बरसात की वजह से गेंदे की फसल खराब हो गई। फसल करीब दो महीने पहले एक एकड़ में बोई थी।
फसल खराब होने की वजह से फूल हुए महंगे
किसान दीपावली और शादी के सीजन से पहले गेंदे की फूलों की खेती करते हैं। बरसात की वजह से फूलों की खेती खराब हो गई है। इसलिए बाजार में बिकने वाले गेंदे के फूलों के रेट महंगे हो गए है। बल्लभगढ़ में गेंदे के फूल बेचने वाली सुनीता देवी ने बताया कि दीपावली से पहले गेंदा मंडी में बेचते थे लेकिन इस वर्ष फूलों की खेती खराब होने की वजह से फूल बाहर से मंगाए जा रहे हैं।
इस बार गाजीपुर से सुबह के समय बल्लभगढ़ मार्केट में गाड़ी आती है। पहले 100 रुपये प्रति किलो गेंदे के फूल बिकते थे लेकिन इस बार 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। पहले जो माला 20 रुपये की थी। वह अब 30 रुपये की है।