
ड्रग्स रैकेट मामले में मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया को हिरासत में ले लिया गया था क्योंकि उनके घर से 86.5 ग्राम गांजा बरामद हुआ था. उसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. अब सवाल यह उठता है कि इन्हें इतनी आसानी से जमानत कैसे मिल गई क्योंकि सुनवाई के दिन कोई भी अधिकारी या वकील कोर्ट मे मौजूद ही नहीं था. यही कारण है कि एनसीबी ने अपने दो अफसरों पर एक्शन लिया है . अफसरों पर विभागीय जांच का आदेश भी दिया गया है, क्योंकी बिना एनसीबी के अधिकारी और वकील के पेश हुए इन्हें जमानत कैसे मिल गई.
मामला विस्तार से :
भारती सिंह और उनके पति के घर पर एनसीबी ने छापेमारी कर गांजा बरामद किया था. जिसके बाद दोनों को 21 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन दोनों को ठिक 2 दिन बाद ₹15,000 के मुचलके पर जमानत दे दी गई. जिसके कारण एनसीबी ने अफसरों को निलंबित कर दिया है. दरअसल आपको बता दें कि कॉमेडियन भारती सिंह , उनके पति हर्ष लिंबाचिया और करिश्मा प्रकाश के मामले की जांच एनसीबी के 2 ऑफिसर कर रहे थे . दोनो ऑफिसर मे से कोई, भारती समेत अन्य तीन लोगों की जमानत अर्जी की सुनवाई के दिन पेश नहीं हुए थे. जिस कारण इन पर जांच कमेटी बैठा दि गई है, और दोनो अधिकारियों को एनसीबी ने निलंबित कर दिया है .