
बिद्या देवी भंडारी
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नेपाल में चुनाव में काफी दिनों के बाद भी सरकार नहीं बन पाई है। वहीं राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने रविवार को नेपाल के सभी राजनीतिक दलों से सात दिनों के भीतर नई सरकार बनाने का आह्वान किया है। राष्ट्रपति की ओर से सरकार बनाने के लिए 25 दिसंबर शाम 5 बजे तक का समय दिया है।
प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने गठबंधन सहयोगी पुष्प कमल दहल प्रचंड के साथ सत्ता साझा करने को लेकर चर्चा की। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दावा प्रस्तुत करने की समय सीमा 25 दिसंबर को शाम 5 बजे है। 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में किसी भी दल के पास सरकार बनाने के लिए आवश्यक 138 सीटें नहीं हैं।
देउबा के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस (एनसी) 89 सीटों के साथ चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, उसके बाद विपक्षी सीपीएन-यूएमएल 78 सीटों के साथ और प्रचंड के नेतृत्व वाली सीपीएन-माओवादी सेंटर ने 32 सीटें हासिल कीं।
20 नवंबर को आयोजित प्रतिनिधि सभा (एचओआर) और प्रांतीय विधानसभा के सदस्यों के चुनाव के अंतिम परिणामों के चुनाव आयोग द्वारा एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद राष्ट्रपति का आह्वान आया है। चूंकि एचओआर चुनाव में किसी एक दल को बहुमत नहीं मिला, राष्ट्रपति ने एचओआर के एक सदस्य द्वारा दावा प्रस्तुत करने के लिए कहा है। संविधान के अनुच्छेद 76 खंड 2 में के अनुसार दो या दो से अधिक पार्टियों के समर्थन से बहुमत हासिल कर सरकार बनाई जा सकती है।
बहुमत के लिए 138 सांसदों की जरूरत
किसी पार्टी या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत के लिए 275 सदस्यीय हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में 138 सीट की जरूरत है। लेकिन किसी भी पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में सीट नहीं है। सत्तारूढ़ गठबंधन के पास सीट सदन में बहुमत के आंकड़े के आसपास है, लेकिन अब भी इस बारे में फैसला नहीं हुआ है कि मंत्रिमंडल का नेतृत्व कौन करेगा।