
PM Modi
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आतंकी फंडिंग के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘नो मनी फॉर टेरर’ अंतरराष्ट्रीय मंत्रीस्तरीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यह सम्मेलन भारत में हो रहा है। उन्होंने कहा, दशकों तक हमारे देश को आतंकवाद ने चोट पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन हमने बहादुरी से इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता। उन्होंने कहा, लंबे समय से आतंकवाद असर गरीबों और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। चाहे वह पर्यटन हो या व्यापार का क्षेत्र। इससे लोगों की रोजी-रोटी छिन रही है। यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि हम आतंकवाद के वित्तपोषण की जड़ पर प्रहार करें।
इससे पहले एनआईए महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे और चीन की ओर से भी कोई जवाब नहीं आया है। गुप्ता ने स्पष्ट किया कि देश-विशेष चर्चा इस सम्मेलन का एजेंडा नहीं है। सम्मेलन में 73 देशों के प्रतिनिधि, जिनमें 15 से अधिक मंत्री शामिल हैं सभी मुद्दों पर खुले दिल से चर्चा करेंगे, चाहे वह आतंक का स्रोत हो, धमकी या इसकी फंडिंग।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा, आतंकी फंडिंग के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत के पास इसका सबूत हैं।
क्रिप्टोकरेंसी व क्राउडफंडिंग की कमजोर निगरानी पर भी चर्चा
दिनकर गुप्ता ने कहा, दो दिनों में चार में वैश्विक आतंकवाद, उसे मिलने वाले धन, आतंकवाद को औपचारिक व अनौपचारिक मदद, टेरर फंडिंग के नए उभरते तकनीकी तरीके और आतंकवाद के खिलाफ अंतराराष्ट्रीय सहयोग पर चर्चा होगी। क्रिप्टोकरेंसी व क्राउडफंडिंग से आतंकवाद को पोषित करने व सोशल मीडिया की कमजोर मॉनिटरिंग जैसे विषयों पर भी विमर्श होगा। गृह व विदेश मंत्रालय के अधिकारी पाकिस्तान व अफगानिस्तान को न्यौता भेजे जाने के सवाल को टाल गए। इस पर विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने बस इतना कहा, चीन को न्यौता भेजा गया है।