Prices Of Spices Increased In Market After Fruits And Vegetables Prices Increased By 40 Percent In A Year – मसाले निकाल रहे जेब का ‘तेल’: मिर्च हुई लाल, नमक पड़ा फीका… सौंफ बनी ‘सपना’ और हजारी हुए लौंग-इलायची
मसाले पर महंगाई की मार – फोटो : अमर उजाला
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त्योहारी मौसम में अतिरिक्त खर्चों के साथ-साथ खाद्य वस्तुओं के लगातार बढ़ रहे दाम से रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है। गैस सिलिंडर, तेल, दाल, आटा तो पहले से ही महंगे हैं, अब मसालों पर भी महंगाई की मार है। एक साल में मसालों के भाव में 40 फीसदी तक वृद्धि हुई है। इस महंगाई का कारण पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों को बताया जा रहा है।
नमक, जीरा, धनिया, लाल मिर्च के साथ बड़ी इलायची भी महंगी हो गई है। सौंफ के भाव एक साल में दोगुना से अधिक हो गए हैं। वहीं, बारिश के बाद सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। इधर, कंपनियों ने भी दाम पहले जितना रखने के लिए पैकेट में सामग्री का वजन कम कर दिया है।
इसकी मार ग्राहकों पर पड़ रही है। शहर के किराना कारोबारी लोकेश कुमार ने बताया कि कोरोना काल के बाद से खाने-पीने की चीजें लगातार महंगी हुई हैं। मसाले महंगे होने से लोग परेशान हैं। किराना व्यापारी अतुल कुमार गुप्ता ने बताया कि महंगाई का असर त्योहार पर दिखाई पड़ रहा है, लोग अब अपने बजट के अनुसार ही रोजमर्रा की वस्तुओं की खरीदारी कर रहे हैं।
बोलीं महिलाएं .. कोरोना काल के बाद से बाजार में हर सामान महंगा हुआ है। अब तो सब्जी और दाल, मसाले तक महंगे हो गए हैं। इससे घर का खर्च तक चलाना मुश्किल हो गया है। सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। – राधा गुप्ता, देहलीगेट, गृहणी
रसोई में राशन और मसालों की जरूरत होती है, लेकिन महंगाई के चलते रसोई का बजट गड़बड़ाया हुआ है। किसी तरह घर का खर्च चलाया जा रहा है। राशन और मसालों पर महंगाई कम होनी चाहिए। – प्रगति अत्रे, ग्रीन पार्क, गृहणी
खाद्य तेल के साथ दाल व रसोई गैस महंगी होती जा रही हैं। हर चीज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है। सरकार को महंगाई काबू करने के लिए ठोस प्रयास करने चाहिए। – गीतिका वार्ष्णेय, महावीर पार्क
महंगाई से रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। तेल, दाल और रसोई गैस के दाम आसमान छू रहे हैं। खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण बहुत जरूरी है। नहीं तो यह आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएंगे। – मोनिका राघव, टीकाराम कॉलेज परिसर
मसालों की कीमतों में अंतर (रुपये प्रति किलो ग्राम)
मसाला
अक्तूबर -2021
अक्तूबर 2022
लाल मिर्च
200 रुपये
280 रुपये
धनिया
100 रुपये
160 रुपये
जीरा
200 रुपये
300 रुपये
हल्दी
80 रुपये
110 रुपये
काली मिर्च
600 रुपये
650 रुपये
लौंग
800 रुपये
1000 रुपये
बड़ी इलायची
600 रुपये
1000 रुपये
सौंफ
80 रुपये
170 रुपये
नमक
20 रुपये
25 रुपये
त्योहारी मौसम में अतिरिक्त खर्चों के साथ-साथ खाद्य वस्तुओं के लगातार बढ़ रहे दाम से रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है। गैस सिलिंडर, तेल, दाल, आटा तो पहले से ही महंगे हैं, अब मसालों पर भी महंगाई की मार है। एक साल में मसालों के भाव में 40 फीसदी तक वृद्धि हुई है। इस महंगाई का कारण पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों को बताया जा रहा है।