
सीएम अरविंद केजरीवाल और करणी सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना
– फोटो : सोशल मीडिया
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सीएम अरविंद केजरीवाल ने भारतीय मुद्रा पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का फोटो लगाने की मांग केंद्र सरकार के सामने रखी है। इसके बाद से केजरीवाल के बयान पर अलग-अलग टिप्पणियां आ रही हैं। ऐसे में राजस्थान करणी सेना ने सीएम केजरीवाल का समर्थन किया है।
राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने मां लक्ष्मी और प्रथम पूज्य भगवान गणेश का फोटो भारतीय मुद्रा पर छापने की बात कही है, वह सराहनीय है। अगर ऐसा होता है तो यह हम सभी के लिए सम्मान और गौरव की बात होगी। उन्होंने कहा, लक्ष्मी और गणेश का फोटो भारतीय मुद्रा पर होनी चाहिए। केजरीवाल की इस मांग का जो लोग विरोध कर रहे हैं, उन्हें यह पता होना चाहिए कि मां लक्ष्मी खुद अपने आप में मुद्रा का प्रतीक हैं। ऐसे में अगर कोई कहे कि मां लक्ष्मी का फोटो लगाने से किसी पार्टी या नेता को इसका फायदा मिलेगा तो यह गलत है।
भारतीय मुद्रा पर धन की देवी महालक्ष्मी व प्रथम पूज्य गणेश जी की फोटो का होना हमारे लिए सौभाग्य की बात है 🙏 और अगर शिवाजी की फोटो भारतीय मुद्रा पर होने की अगर मांग आती है तो उन्हीं के पूर्वज उनसे बड़े प्रातः स्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भी फोटो लगनी चाहिए🙏करणी सेना 🙏
— Mahipal Singh Makrana (@mahipalsmakrana) October 27, 2022
मकराना ने कहा, अगर इंडोनेशिया जैसे मुस्लिम देश में उनकी सरकारी मुद्रा पर भगवान गणेश और लक्ष्मी का फोटो हो सकती है तो फिर हिंदुस्तान में क्यूं न हो? इसके साथ ही महिपाल सिंह मकराना ने कहा, आज केजरीवाल ने शिवाजी का फोटो भी भारतीय मुद्रा पर होने और कांग्रेस की ओर से अंबेडकर का फोटो भारतीय मुद्रा पर होने की बात कही तो ऐसी स्थिति में करणी सेना भी यह मांग करती है कि सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और हर उस भारतीय की फोटो उस मुद्रा पर होनी चाहिए, जिन्होंने इस देश के लिए लड़ाई लड़ी। लेकिन अगर शिवाजी या अंबेडकर का फोटो भारतीय मुद्रा पर होने की मांग हो रही है तो ऐसे में महाराणा प्रताप और अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के भी फोटो को भारतीय मुद्रा में स्थान मिलना चाहिए।
महिपाल सिंह मकराना ने कहा, गांधी ने अहिंसात्मक रास्ते से देश को आजाद करवाया तो वहीं महाराणा प्रताप ने मुगलों और आतताइयों से देश के स्वाभिमान को बचाने के लिए अपना सर्वस्व बलिदान किया। महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान, जिन्हें इतिहास में जितना सम्मान मिलना चाहिए था, वह नहीं मिल सका। अगर इन दोनों महापुरुषों का स्थान भारतीय मुद्रा पर होगा तो उनको पूरा सम्मान मिलेगा।