
पदक विजेता पहलवान साजन भनवाला।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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स्पेन में आयोजित हो रही अंडर-23 विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में हरियाणा के सोनीपत जिले के कासंडी गांव के लाडले साजन भनवाला ने इतिहास रचते हुए ग्रीको रोमन में देश को पहला पदक दिलाया है। उन्होंने रेपचेज में मिले मौके को भुनाते हुए देश को कांस्य पदक दिलाया। उनकी जीत से गांव कासंडी के साथ ही प्रताप स्कूल अकादमी के पहलवानों में भी खुशी की लहर है। सोनीपत पहुंचने पर उनका स्वागत किया जाएगा।
भारतीय कुश्ती संघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने बताया कि स्पेन में 17 से 23 अक्तूबर तक आयोजित हो रही अंडर-23 विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में 77 किलोग्राम भारवर्ग के पहलवान साजन ने देश को कांस्य पदक दिलाया है। वह देश के पहले पहलवान हैं जिन्होंने प्रतियोगिता के ग्रीको रोमन वर्ग में देश को पदक दिलाया है।
साजन भनवाला ने पहले राउंड में लिथुआनिया के पहलवान को 3-0 हराकर जीत दर्ज की। बाद में प्री क्वार्टर फाइनल में मोल्दोवा के एल्कजेंडरिन गुटु से 0-8 से हार गए। हालांकि बाद में एल्कजेंडरिन के फाइनल में पहुंचने पर साजन को रेपचेज खेलने का मौका मिला।
जिसे भुनाते हुए साजन ने यूक्रेन के दिमित्रो वासेत्स्की को तकनीकी आधार पर हराकर देश को ग्रीको रोमन में पहला कांस्य पदक दिलाया। मुकाबले में दूसरे दौर में पीछे चल रहे साजन ने शानदार वापसी करते हुए आखिरी 30 सेकेंड में छह अंक हासिल कर तकनीकी आधार पर जीत दर्ज की।
बेटे की उपलब्धि पर परिवार में खुशी
साजन सोनीपत के कासंडी गांव के रहने वाले हैं। पिता महिपाल किसान हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति भी ज्यादा सुदृढ़ नहीं है। बेटे की उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है। साजन खरखौदा स्थित प्रताप स्कूल कुश्ती अकादमी में अभ्यास करते हैं। द्रोणाचार्य अवार्डी प्रशिक्षक ओमप्रकाश दहिया व प्रशिक्षक देवेंद्र दहिया ने साजन की जीत पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि साजन ने देश को ग्रीको रोमन वर्ग में पहला पदक दिलाया है। सोनीपत में पहुंचने पर साजन का शानदार स्वागत किया जाएगा।