
समीर वानखेड़े और ज्ञानेश्वर सिंह।
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मुंबई एनसीबी इकाई के पूर्व चीफ समीर वानखेड़े ने नारकोटिक्स ब्यूरो के कई अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आईपीएस अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। समीर वानखेड़े ने राष्ट्रीय उत्पीड़न और अत्याचार आयोग से शिकायत भी की है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने बताया कि वह भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी समीर वानखेड़े द्वारा एनसीबी के उप महानिदेशक (डीडीजी) ज्ञानेश्वर सिंह पर लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों की जांच करेगा।
आयोग ने एक बयान में कहा कि वह ज्ञानेश्वर सिंह द्वारा किए गए कथित उत्पीड़न और अत्याचारों की जांच करेगा। उसने निर्देश दिया कि दीवानी अदालत की शक्तियों वाले पैनल के समक्ष इस संबंधी शिकायत के लंबित रहने तक इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
दरअसल, मुंबई में एक क्रूज जहाज से पिछले साल अक्तूबर में कथित रूप से नशीले पदार्थ जब्त किए जाने के मामले की जांच में कई खामियां पाए जाने के बाद एनसीबी ने एक सतर्कता जांच शुरू की थी। मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्हें बाद में क्लीन चिट मिल गई। गोवा जा रहे इस क्रूज में छापेमारी के समय वानखेड़े एनसीबी मुंबई क्षेत्र के निदेशक थे।
वानखेड़े ने इस मामले में संपर्क किए जाने पर उन्होंने समाचार एजेंसी से कहा कि मैंने आयोग से संपर्क किया है, लेकिन मैं इस पर कोई और टिप्पणी नहीं करना चाहता। मामला विचाराधीन है। ज्ञानेश्वर सिंह ने डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर का अपमान किया और उनका उपहास उड़ाया। मैंने एक साल तक लगातार उत्पीड़न सहा।
इससे पहले समीर वानखेड़े के खिलाफ विजिलेंस टीम ने अपनी एक रिपोर्ट एनसीबी के डायरेक्टर को सौंपी है। जिसमें यह बताया गया है कि समीर वानखेड़े और उनकी टीम के अधिकारियों ने कॉर्डेलिया क्रूज मामले में गिरफ्तार किए गए आर्यन खान ड्रग्स केस में भारी अनियमितता बरती है। इस मामले में संदिग्ध अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई हैं।
इस बीच एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (साउथ वेस्ट रीजन) ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट एनसीबी डायरेक्टर के पास नई दिल्ली में सब्मिट कर दी है। सूत्रों की मानें तो जांच में पाया गया कि आर्यन केस की जांच में अनियमितताएं बरती गईं। सात-आठ एनसीबी अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
समीर वानखेड़े का आरोप है कि ज्ञानेश्वर सिंह ने एक दलित परिवार को काफी प्रताड़ित किया। उनका इशारा अपने यानी वानखेड़े का परिवार की ओर था। बताया जा रहा है कि यह शिकायत सितंबर में की गई थी। वानखेड़े ने उनकी, पत्नी की पर्सनल डिटेल, बैंक डिटेल और जांच के पॉइंट्स जानबूझ कर मीडिया में लीक करने का आरोप भी ज्ञानेश्वर सिंह पर लगाए।