
आफताब पूनावाला
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श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब पर हमला करने वाले उसकी हत्या की इरादे से वहां पहुंचे थे। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आफताब को फोरेंसिक लैब से तिहाड़ जेल ले जाने के दौरान हमलावरों ने उसकी वैन पर हमला कर दिया था। हमलावरों के पास तलवार और हथौड़े थे।
हमलावरों में से एक ने वैन का पिछला दरवाजा खोल दिया। वह आफताब को वैन से निकालकर उसकी हत्या करना चाहता था। हालांकि पुलिस ने दो हमलावरों को मौके पर पकड़ लिया है। पुलिस ने बताया कि आफताब को सुरक्षित तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। फिलहाल प्रशांत विहार पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनसे पूछताछ कर रही है।
हमलावर खुद को हिंदू सेना का कार्यकर्ता होने का दावा कर रहे थे। वह कह रहे थे कि जब हमारी बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तो हम जीकर क्या करेंगे। आफताब को दो मिनट के लिए हमें सौंप दो, हम इसे गोली मार देंगे। आफताब की वैन पर हमला होते ही वैन के साथ चल रही गाड़ी से पुलिसकर्मी निकले और हमलावरों को रोकने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने दो हमलावरों को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए दो हमलावरों की पहचान गुरुग्राम निवासी कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर के रूप में हुई है। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि 10 से 12 की संख्या में हमलावर सुबह 11 बजे एफएसएल कार्यालय के बाहर आ गए थे।
रोहिणी के पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह ने बताया कि मौके पर पुलिस की ओर से कोई गोलीबारी नहीं की गई है। दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन जेल से आफताब को लेकर आई थी। वैन पर हमला होने के बाद आफताब को बचाने के लिए पुलिसकर्मी ने आत्मरक्षार्थ पिस्टल निकाली थी और हमलावरों को डराने की कोशिश की थी। आफताब को कोई चोट नहीं लगी है। वह सुरक्षित है और उसे सुरक्षित जेल भेज दिया गया है।
हिरासत में लिए गए हमलावरों के खिलाफ प्रशांत विहार थाने में सरकारी काम में बाधा पहुंचने, हमला करने, दंगा फैलाने, हमला में घातक हथियार का इस्तेमाल करने और गैर कानूनी जमावड़ा करने की धारा में मामला दर्ज किया है। पुलिस हिरासत में लिए गए आरोपी से पूछताछ कर हमले में शामिल अन्य लोगों की पहचान और मकसद की के बारे में पूछताछ कर रही है।