
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों।
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रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष नौ महीने से ज्यादा समय से जारी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन में युद्ध अपराधों के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने का संकल्प लिया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जो बाइडन और इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन में ‘व्यापक रूप से प्रलेखित अत्याचारों और युद्ध अपराधों’ के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने का संकल्प लिया हैं। दोनों नेताओं ने व्हाइट हाउस में इस मामले को लेकर की गई बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को दौरान इसकी घोषणा की।
रूस के युद्ध अपराधों की जांच करे विशेष कोर्ट : यूरोपीय संघ
इससे पहले यूरोपीय संघ (ईयू) ने यूक्रेन में रूस द्वारा किए गए संभावित युद्ध अपराधों की जांच करने के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक विशेष अदालत स्थापित किए जाने और युद्धग्रस्त देश के पुनर्निर्माण के लिए रूस की फ्रीज की गई संपत्ति का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव रखा था। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन देर लेयेन ने कहा कि ईयू इसके लिए वैश्विक समर्थन जुटाने के वास्ते अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।
उन्होंने कहा, हम अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के काम को समर्थन देना जारी रखेंगे। रूसी सेना पर आरोप है कि उसने 24 फरवरी को युद्ध शुरू करने के बाद से कीव के उपनगर बुका में कई लोगों की हत्या की और मैरियूपोल के एक थिएटर में 16 मार्च की गई बमबारी में आम लोगों पर हमले किए जिसमें 600 लोगों की मौत की आशंका है। यूरोप और हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत यूक्रेन में युद्ध के दौरान किए गए सैन्य अपराधों की जांच कर रही है।
यूक्रेन की प्रथम महिला ओलेना जेलेंस्की ने भी अपील की कि यूक्रेन में आक्रमणकारियों को जवाबदेह बनाया जाए। लेयेन ने बुधवार को कहा कि ईयू चाहता है कि प्रतिबंधों के तहत फ्रीज की गई रूसी संपत्ति का इस्तेमाल पड़ोसी यूक्रेन में हुए विनाश के भुगतान के लिए किया जाए। उन्होंने अनुमान जताया कि यूक्रेन में 600 अरब यूरो का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि रूस भुगतान करे।
इस साल के अंत तक रूस गवांएगा अपने एक लाख सैनिक : जेलेंस्की
रूस के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अहम बयान दिया। जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को होने वाले भारी नुकसान को लेकर आगाह किया। उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक रूस अपने एक लाख सैनिकों को गंवा देगा। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने देश को वीडियो के जरिये संबोधित करते हुए यह भी कहा कि अग्रिम मोर्चे पर हालात बहुत ही कठिन हैं।